Student Union Election in Rajasthan Colleges | राजस्थान कॉलेजों और यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ चुनाव नहीं कराए जाएंगे: राजस्थान सरकार ने 2023-24 के शैक्षणिक सत्र में छात्रसंघ चुनाव नहीं कराने का फैसला किया है। इस निर्णय का ऐलान शनिवार को राजस्थान उच्च शिक्षा विभाग की ओर से किया गया। कुलपतियों और उच्च अधिकारियों की मीटिंग में यह निर्णय लिया गया, और सभी विश्वविद्यालयों को इसकी जानकारी दी गई। इस निर्णय के पीडीएफ आरूप में आदेश जारी किया गया है। Student Union Election in Rajasthan Colleges | Student Union Election in Rajasthan Colleges Cancelled | Student Union Election in Rajasthan Colleges 2023 News
Student Union Election in Rajasthan Colleges इस निर्णय का प्रमुख कारण है राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के विभिन्न घटकों को लागू करने का मुश्किलाने वाला काम। इसके अलावा, विश्वविद्यालयों के परिणामों को जारी करने में देरी, नवीन महाविद्यालयों के खुलने, प्रवेश प्रक्रिया में विलम्ब के कारण शिक्षकों को न्यूनतम 180 दिनों तक पाठयक्रम कराने में कठिनाई हो रही है। उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार न्यूनतम 75% उपस्थिति की आवश्यकता भी आ रही है।
इसके साथ ही, छात्रसंघ चुनावों में धनबल और भुजबल का खुला प्रयोग, और लिंगदोह समिति की सिफारिशों की अवमानना की गई है। यदि छात्रसंघ चुनाव होते, तो शिक्षण कार्य अधिक प्रभावित होता, और राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार सेमेस्टर सिस्टम लागू करने में कठिनाई होती।
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उपाध्यक्ष, राजस्थान राज्य उच्चतर शिक्षा परिषद ने बताया कि पिछले दशक में 2004 से 2009 तक छात्रसंघ चुनाव नहीं किए गए थे, और 2010 के बाद ही छात्रसंघ चुनाव कराए जाने लगे थे। कोविड-19 के प्रकोप के कारण 2020 और 2021 में भी छात्रसंघ चुनाव नहीं किए गए थे।
इस निर्णय के संदर्भ में, राज्य वित्त पोषित विश्वविद्यालयों के कुलपतियों ने व्यक्त किया कि वर्तमान सत्र में छात्रसंघ चुनाव नहीं कराने का निर्णय लिया जाना चाहिए। इसका मुख्य उद्देश्य छात्रहितों की सुरक्षा और शिक्षा की गुणवत्ता को बनाए रखना है।
छात्रसंघ चुनाव क्या है ?
भारत में छात्र संघ चुनाव क्या होते हैं:
भारत में छात्र संघ चुनाव विश्वविद्यालय और कॉलेजों में छात्रों द्वारा चुने जाने वाले प्रतिष्ठित नेतृत्व पदों के लिए होते हैं। ये चुनाव छात्रों को संघ की विभिन्न पदों पर उम्मीदवार बनने और उनके अध्ययन संबंधित मुद्दों पर आवाज उठाने का एक माध्यम प्रदान करते हैं। यह चुनाव छात्रों के बीच लोकतंत्रिक प्रक्रिया का हिस्सा होता है जिसमें वे अपने पसंदीदा उम्मीदवारों को वोट देते हैं।
छात्र संघ चुनावों में छात्रों को अलग-अलग पदों पर उम्मीदवार बनने का मौका मिलता है, जैसे कि प्रधान, उप-प्रधान, महासचिव, कोषाध्यक्ष, आदि। ये पद छात्र समुदाय में उनकी प्रतिष्ठा को बढ़ाने के साथ-साथ उनके नेतृत्व और प्रबंधन कौशल का परिचय देते हैं।
छात्र संघ चुनावों के प्रति छात्रों की रुचि उनके विश्वविद्यालय जीवन में सामाजिक और राजनीतिक प्रतिष्ठा प्राप्त करने की इच्छा से होती है। ये चुनाव आमतौर पर उम्मीदवारों के प्रचार और प्रचार के दौरान विभिन्न मुद्दों पर चर्चाएँ करने का भी एक मंच प्रदान करते हैं।
छात्र संघ चुनावों का परिणाम विभिन्न प्रशासनिक और शैक्षिक निकायों के साथ सहमति पर आधारित होता है और जीतने वाले उम्मीदवार को उच्च नेतृत्व पद पर नियुक्ति की जाती है। इसके बाद, उन्हें छात्र समुदाय के हित में काम करने का अवसर मिलता है और वे छात्रों के मुद्दों पर वाणी बन सकते हैं।
राजस्थान में छात्रसंघ चुनाव कब होंगे ?
राजस्थान में छात्रसंघ चुनाव इस बार नहीं होंगे, न्यायालय द्वारा इस बार छात्रसंघ चुनाव इस बार नहीं करवाने का निर्णय लिया गया है ।